मुजफ्फरनगर। विदेशी मेम को देसी छोरा भा गया। चरथावल के गांव बधाई कलां के निशांत से शादी कर भारत आई पोलैंड की डियाना यहां पहुंची तो उनकी शादी के रिसेप्शन में पोलैंड के कई मेहमान कार्यक्रम में शामिल हुए।
गांव बधाई कला निवासी प्रगतिशील किसान अरविंद मलिक एवं मेनका के पुत्र निशांत पिछले सात साल से नार्वे, नीदरलैंड और जर्मनी में रहकर पढ़ाई कर रहे थे। गत वर्ष नार्वे में पीएचडी की पढ़ाई के दौरान उनकी सहपाठी पोलैंड निवासी डियाना से संपर्क बढ़ा। निशांत ने अपने माता-पिता को विदेशी सरजमीं पर अपनी पसंद की लड़की को दिखाया। एक साल पहले पोलैंड में दोनों का रिश्ता तय हुआ था। 20 जुलाई को दोनों की शादी पोलैंड में ही संपन्न हो गई।
शादी के बाद यह दंपती पहली बार भारत आया है। रविवार को निशांत की बहन नम्रता की भी शादी थी। शनिधाम मुजफ्फरनगर के समीप एक बैंक्वेट हाल में आयोजित शादी समारोह के साथ डियाना और निशांत की शादी का रिसेप्शन भी दिया गया। पोलैंड से आए दूल्हा-दुल्हन का स्वागत करने के लिए लोगों में होड़ लग गई।
डियाना ने बताया कि वह कुछ दिन पहले यहां आ गई थी। भारतीय संस्कृति और रीति रिवाज उन्हें बहुत अच्छे रहे। समारोह में शामिल पोलैंड के मेहमानों ने भी भारतीय व्यंजनों का खूब आनंद लिया। दुल्हन पक्ष के 22 मेहमानों इस समारोह में शामिल हुए। वर्तमान में निशांत पोलैंड की ही प्राइवेट कंपनी में जॉब करते हैं और डियाना वहीं आसले यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर है।
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